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Friday 5 March 2021

लौट आना मुसाफ़िर

 


About the Book:
(ज़िंदगी की कहानियाँ)
जब हम किसी की ज़िंदगी को दिल से पढ़ते हैं तो उस ज़िंदगी की कहानियों के पात्र, कहानियों से निकलकर हमारे पास आकर बैठ जाते हैं। ऐसा लगता है कि हम उन पात्रों से रूबरू होकर उनको समझने का प्रयास कर रहे हैं। उनकी पीड़ा हमें अपनी लगती है, उनकी कहानी भी हमें अपनी प्रतीत होती है व उनकी ज़िंदगी हमारे लिए प्रेरणा बन जाती है।
यदि किसी कहानी को पढ़ते वक्त हमें अपनेपन का एहसास होता है तो हम स्वयं भी उन कहानियों के पात्र बन जाते हैं। ‘लौट आना मुसाफ़िर’ का प्रत्येक पात्र आपको अपने आस पास टहलता मिलेगा, आप चाहकर भी उसे भूल नहीं पाएंगे।

About the Author:


लेखक धनराज माली ‘राही’ मूल रूप से सिरोही (राजस्थान) के निवासी है। लेखक कई समाचार-पत्र व पत्रिकाओं से जुड़े रहे है। वर्तमान में अपने गृह जिले से कुछ ब्लॉग लिखते हैं। सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय है। इनके फेसबुक पेज Dhanraj Mali Rahi को 12000 से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। सोशल मीडिया पर इनकी पोस्ट बहुत लोकप्रिय होती है। जीवन से जुड़े किस्सों को रोचक अंदाज़ में प्रस्तुत करना इनकी विशेषता है। ‘लौट आना मुसाफ़िर’ लॉकडाउन के दौरान लिखी इनकी कहानी संग्रह है। इनकी आने वाली पुस्तक “पूर्णविराम। ज़िंदगी” लंबे समय से चर्चा में है।


Product details
Publisher : StoryMirror Infotech Pvt. Ltd. (30 August 2020); StoryMirror
Language : Hindi
Paperback : 142 pages
ISBN-10 : 9388698983
ISBN-13 : 978-9388698986
Reading age : 10 years and up
Item Weight : 140 g
Dimensions : 21.7 x 14.5 x 0.5 cm
Country of Origin : India
Generic Name : Books
Best Sellers Rank: #138,866 in Books (See Top 100 in Books)
#12,920 in Contemporary Fiction (Books)


Now the Review:

लौट आना मुसाफ़िर' एक बहुत ही सुंदर शीर्षक ह. पुस्तक में पाँच कहानियों का समावेश है। कहानियों में भावनाएँ प्रधान हैं। सारी कहानियाँ पूर्ण कल्पना न होकर हमारे ही बीच में से निकली हुईं-सी लगती हैं, इसलिए पाठक इन्हें बहुत लगाव व अपनत्व के साथ पढ़ पाता है। कहानियाँ सामान्यतः गरीब या साधारण परिवारों के मध्य से पैदा हुईं हैं। हर कहानी कुछ-न-कुछ बेहद बढ़िया सीख देती हैं। हर कहानी के पात्र भी एकदम जीवंत लगते हैं, जो आपसे बोलते हुए प्रतीत होते हैं। पात्रों के नामों का चयन बहुत सुंदर लगता है और एकदम वास्तविक भी। कहानियाँ पाठक को भावुक करके रुलाने में पूर्णतः सक्षम हैं। एक कहानी में जरूर यह अनुभव हुआ कि इसे लिखने में अधिक समय या संयम की आवश्यकता थी। एकदम सरल है और यह देखकर अच्छा लगा कि आधुनिक लेखक की पुस्तक होकर भी आजकल की कुछ हिंदी पुस्तकों की तरह इसमें अंग्रेजी के शब्दों का प्रयोग नहीं था या था भी तो नगण्य। कुछ गलतियाँ भी पुस्तक में देखने मिली, जिनपर ध्यान न देकर कहानियों का आनन्द लिया जा सकता है। पुस्तक को कम समय में पढ़ा जा सकता है, एक ही दिन काफ़ी है, लेकिन एक बार में एक ही कहानी को पढ़ा जाए, तो जरूर चिंतन करके कुछ सीखा जा सकता है


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